बोर्ड परीक्षा में उत्तम प्रदर्शन कैसे करें: लक्ष्यबोध कार्यक्रम
आज हमारे विद्यालय “बाबू दाऊदायल एडवोकेट सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल” में कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए लक्ष्यबोध कार्यक्रम माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्पर्जन करके माँ शारदे की वंदना के साथ किया गया। जिसमें एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय पुरुस्कार से सम्मानित व् श्रीजी बाबा सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ अजय शर्मा जी एवं विद्या भारती के पूर्व छात्र वायु सेना से सेवा निवृत्त नरेंद्र गोस्वामी और प्रधानाचार्य बालकिशन अग्रवाल ने छात्रों को उनके बोर्ड परीक्षा में उत्तम प्रदर्शन करने के लिए कैसे तैयार होना चाहिए, उन्हें उत्साहित करके मोटिवेट किया।
जिसमें प्रधानाचार्य बालकिशन अग्रवाल ने बोर्ड परीक्षा में कैसे तैयारी की जाए इस हेतु छात्रों को निम्न बिंदु बताए । कार्यक्रम के समापन सत्र में प्रबंध समिति के सदस्य समीर बंसल, प्रबंधक हर्ष बंसल, अध्यक्ष नगेन्द्रमोहन मित्तल, कोषाध्यक्ष वेदप्रकाश गर्ग, उपाध्यक्ष मूलचंद्र गर्ग व सह-प्रबंधक रामनरेश अग्रवाल ने छात्रों को उनके लक्ष्य निर्धारण की प्राप्ति के लिए आशीर्वाद व शुभकामनायें दी साथ ही आये हुए अतिथियों को धन्यवाद् दिया।
कक्षा दशम के कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती जयश्री उपाध्याय और द्वादश के कार्यक्रम के संयोजक मनीष शर्मा रहे, सञ्चालन रूपकिशोर व श्योराज सिंह ने किया।
1. सही लक्ष्य तय करें
सबसे पहला कदम है एक सटीक लक्ष्य तय करना। छात्रों को यह समझाया गया कि उन्हें किन विषयों में अच्छे अंक प्राप्त करने हैं और कितने अंक की आवश्यकता है।
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2. नियमित अभ्यास करें
अच्छे अंक पाने के लिए नियमित अभ्यास बेहद महत्वपूर्ण है। छात्रों को यह सिखाया गया कि रोज़ अभ्यास करना ही उनके लक्ष्य को पूरा करने का मार्ग है।
3. स्वास्थ्य का ध्यान रखें
अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही आहार, पर्याप्त नींद और व्यायाम का महत्व है। छात्रों को यह समझाया गया कि उन्हें स्वास्थ्य को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
4. स्वयं को स्वीकार करें
छात्रों को यह समझाया गया कि वे अपनी कमियों को स्वीकार करके उन्हें सुधार सकते हैं। गुस्सा न करें, बल्कि उसका सही उपयोग करें।
5. सकारात्मक सोच बनाएं
सकारात्मक सोचने से समस्याओं का समाधान आसान हो जाता है। छात्रों को सिखाया गया कि वे सकारात्मक रूप से सोचकर अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं।
6. मार्गदर्शन और सहयोग
छात्रों को यह बताया गया कि वे किसी अच्छे गुरु या समर्थ साथी की मदद ले सकते हैं, जो उन्हें उनके अध्ययन के दौरान मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करें।
7. स्वाध्याय और समय प्रबंधन
स्वाध्याय का महत्व और समय प्रबंधन की तकनीकों के बारे में छात्रों को जागरूक किया गया, ताकि वे अपने समय का सही तरीके से प्रबंधन कर सकें।